October 01, 2011

नाम गुम जाएगा , चेहरा ये बदल जाएगा 
मेरी आवाज ही पहचान है, गर याद रहे |

वक़्त के सितम, कम हसीं नहीं 
आज है यहाँ , कल कहीं नहीं 
वक़्त से परे अगर मिल गए कहीं 
मेरी आवाज़ ही पहचान है, गर याद रहे |

नाम गुम जाएगा ...

जो गुजर गयी , कल की बात थी 
उम्र तो नहीं, एक रात थी 
रात का सिरा अगर फिर मिले कहीं 
मेरी आवाज ही पहचान है, गर याद रहे 

ना गुम जाएगा ...

दिन ढले जहाँ रात पास हो 
जिंदगी की लौ, ऊँची कर चले 
याद आए गर कभी, जी उदास हो 
मेरी आवाज ही पहचान है, गर याद रहे 

नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बड़ा जाएगा 
मेरी आवाज ही पहचान है, गर याद रहे 
                                                            ......गुलजार