हमने देखी है उन आँखों की मेहेकती खुशबू
हाथ से छूके इसे रिश्तों का इल्जाम न दो |
सिर्फ एहसास है ये, रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहनो दो कोई नाम ना दो |
प्यार कोई बोल नहीं, प्यार आवाज़ नहीं
एक खामोशी है सुनती है कहा कराती है
ना ये बुझती है ना रुकती है ना ठहरी है कही
नूर की बूंद है सदियों से बहा करती है
सिर्फ एहसास है ये, रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो, कोई नाम ना दो
मुस्कराहट सी खिली रहती है आँखों में कही
और पलको पे उजाले से छुपे रहते है
होठ कुछ कहते नहीं, कांपते होठो पे मगर
कितने खामोश से अफसाने रुके रहते है
सिर्फ एहसास है ये, रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो, कोई नाम ना दो
हमने देखी है ...
गुलज़ार
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